देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत सोमवार को हंगामेदार रही। इस दौरान विपक्ष ने राज्य में हुए जहरीली शराब कांड को लेकर जमकर हंगामा करते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया। इस दौरान विपक्षी दलों के विधायकों ने आबकारी मंत्री के इस्तीफे की मांग की। सदन में हंगामा कर रहे विधायकों ने अपने हाथों में तख्तियां ली हुई थी, जिसमें सरकार विरोधी नारे लिखे हुए थे। इतना ही नहीं इस दौरान राज्यपाल के अभिभाषण 5 मिनट पहले शुरू करने पर विरोध जताते हुए कहा कि उन्होंने सदन की परंपरा को तोड़ा है। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करते हुए विपक्षी नेताओं ने सदन से वॉकआउट कर दिया। हालांकि हंगामे के बीच ही राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पूरा किया।
बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई। पहली बार अभिभाषण के लिए विधानसभा पहुंची राज्यपाल बेबी रानी मोर्या को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने इस दौरान राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 11 बजे से पहले राज्यपाल का भाषण कैसे शुरू हो गया। उनका अभिभाषण 10.55 पर शुरू हुआ था। इतना ही नहीं सत्र शुरू होते ही राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने अभिभाषण पढ़ा, लेकिन इस दौरान सदन में विपक्ष ने शराब कांड को लेकर हंगामा कर दिया। विपक्षी दलों के विधायक हाथों में नारे लिखी तख्तियां लाए थे, जिसे उठाकर उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी।
विपक्षी दलों के विधायकों ने जहरीली शराब कांड पर विपक्ष ने आबकारी मंत्री के इस्तीफे की मांग की। राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार कर विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया । इसके साथ ही कांग्रेसी विधायक धरने पर बैठ गए। इसके बाद अध्यक्ष ने 3 बजे तक सदन को स्थगित कर दिया। असल में पीएम मोदी की रुद्रपुर में प्रस्तावित रैली को देखते हुए 14 फरवरी को सदन नहीं चलेगा। 15 फरवरी को इस वित्तीय वर्ष का बजट सदन में पेश किया जाएगा।